नई दिल्ली 10 जून 2023: भारतीय प्रोफेशनल सोशलi वर्कर्स संगठन के तत्वाधान में ऑनलाइन वेबिनार का अयोजन किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के उपलक्ष में ग्रीन कैंपस स्वस्थ कैंपस विषय पर इसे आयोजित किया गया था। प्रश्न उत्तर के साथ कुल 7 सेशन इसमें थे। जिसमें विभिन्न अतिथियों ने अपने विचार रखे
दिल्ली स्थित स्वयंसेवी संस्था नाडा इंडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय समन्वयक एवम नापसी के वरिष्ठ सदस्य श्री सुनील वात्स्यायन ने इस महत्त्वपूर्ण आयोजन में अपनी शिरकत की। श्री वात्स्यायन ने विषय पर बोलते हुए कहा स्वस्थ कैंपस यात्रा की शुरुआत बेहद शानदार थी।नाडा इंडिया स्वस्थ कैंपस के अभियान की शुरुआत से नेतृत्व कर रहा है। इलाहाबाद विश्व विद्यालय एवम अन्य शिक्षण संस्थानों में अभियान के लिए जमीनी स्तर पर काम किया है ।उन्होंने कहा कि NAPSWI द्वारा आयोजित तकरीबन हर प्रोफेशनल सोशल वर्कर्स कांग्रेस में ग्रीन कैंपस की चर्चा की जाती रही है।
नाडा इंडिया एवम वजह फाउंडेशन ने ग्रीन कैंपस की अवधारणा को स्वस्थ कैंपस की अवधारणा से अहमदनगर कांग्रेस में जोड़ा।अहमदनगर में आयोजित सोशल वर्कर्स कांग्रेस में भाग लेने वाले 50-60 कार्यकर्ताओं के लिए विषय पर एक विशेष वर्कशॉप सत्र भी रखा गया था। इस आयोजन के बाद से ही देशभर में ग्रीन कैंपस स्वस्थ कैंपस को लेकर जागरूकता में बदलाव देखने को मिलने लगे। कैंपस में पेड़ पौधों की संख्या में पहले से वृद्धि हुई है।
नाडा इंडिया ने 75 विश्वविद्यालयों में इस अभियान को चलाने का लक्ष्य रखा है। इलाहाबाद विश्व विद्यालय, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, पंजाब विश्वविद्यालय एवम जम्मू विश्वविद्यालय में इसको लेकर प्रयास हो रहे हैं। इलाहाबाद में ग्रीन कैंपस स्वस्थ कैंपस अभियान सफल रहा था। नाडा इंडिया से प्रेरणा पाकर ग्रीन कैंपस स्वस्थ कैंपस अभियान सफल हुआ। इसके परिणाम स्वरूप ग्रीन कैंपस कार्यक्रम शिक्षण संस्थानों में सफल रहा
वेबिनार का संचालन ब्रिटिश एशिया ट्रस्ट के श्री बाला मुरुगन ने किया। जिसमें छात्रों की भी बड़ी भागीदारी देखने को मिली । छात्रों में लोयोला कालेज के सनी जोस एवम विंसेंट विजयराज के अलावा सी एस आर डी की छात्रा मनाली जाधव,राजगीरी कॉलेज की छात्रा क्रिस मारिया एवम जैनब शिरीन ने विषय पर अपने मत रखे।
कार्यकर्म की अध्यक्षता NAPSWI के कार्यकारी सचिव डॉक्टर वर्गीज ने की। उन्होंने कहा ग्रीन कैंपस के लक्ष्य के लिए प्रयासों को संगठित करने की जरूरत है। आज का वेबिनार नए अभियानों एवम भविष्य की नींव रखेंगे। बदलाव की कड़ी बनेंगे। देश में पर्यावरण की स्थिति को सुधारने के लिए लोगों को जीवन शैली में परिवर्तन लाना होगा। इसके लिए सामाजिक एवम मानसिक तैयारी की जरूरत को पूरा करने के लिए ऐसे सेशन आगे भी जरूरी हैं। असल में प्रकृति एवम व्यक्ति दोनो एक दूसरे के पूरक हैं।
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